Kalpna Chouhan

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ज़िंदगी का सफर - 💞हमसफ़र के साथ💞 "भाग 71"

लंच टाइम पर सभी डाइनिंग टेबल पर बैठे हुए नाश्ता कर रहे थे, किआरा सुमित्रा जी ओर पायल जी सबको नाश्ता परोस रही थी, इवान जिसकी गोद मे वन्या बैठी हुई थी वो उसको खाना खिलाते हुए बार बार सबसे नजरें बचाकर उसे देख रहा था पर वो बस चुप चाप सर झुकाये हुए थी, सुबह के वाक्य को याद कर उसे बहुत शर्म आ रही थी उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी की वो इवान के सामने जाए या उससे बात करे ओर इवान वो तो बस प्यार से उसे निहार रहा था पर जब भी कोई उसकी तरफ देखता या कुछ बोलता तो वो वापस इधर उधर देखने लगता ।

वही राहुल भी प्यार से आन्या को निहार रहा था और उसे बार बार कुछ न कुछ खाने को दे ही रहा था और आन्या बस खामोशी से सब कुछ खा रही थी, सभी राहुल को आन्या की इतनी केयर करते देख मुस्कुरा रहे थे, जब राहुल का ध्यान उन सब ओर गया तो वो झेप कर इधर उधर देखने लगा

और उत्कर्ष अध्विक की गोद मे बैठा मज़े से कभी खाना खाता तो कभी वन्या के बाल खींचकर उसे परेशान करता, अध्विक बार बार उत्कर्ष को ठीक से बिठाता की वो फिर अध्विक के साथ ही कभी उसकी टाई खींचता तो कभी उसकी टाई को खाना खिलाकर गंदी करके मस्ती करने लगता, अध्विक उससे बोला 

अध्विक :- उत्कर्ष तुम दिन पर दिन बहुत बदमाश हो गये हो, वन्या के साथ रह रहकर तुम भी शैतानी करने लगे हो, अगर तुम मुझे ऐसे ही परेशान करोगे तो मै तुमसे कट्टी हो जाऊंगा

छोटा से उत्कर्ष को अध्विक की पुरी बात तो समझ नही आई पर जब अध्विक ने कट्टी करने का बोला तो वो रोनी सूरत बनाते हुए अध्विक की टाइ छोड़कर उसके गले लग गया और अपनी टूटी फूटी आवाज मे बोला

उत्कर्ष ( आँखों मे आँशु लाते हुए ) :- ता...तु क... टी न

अध्विक ने उत्कर्ष को ऐसे देखा तो उसे भी गले लगाया और बोला

अध्विक :- अरे मेरा बच्चा मै तो वास मजाक कर रहा था मै कभी अपने उत्कर्ष से बात करना छोड़ सकता हु कभी नी, चलो रोते नहीं अब अच्छे बच्चों की तरह जल्दी से खाना खाओ, देखो वन्या अपना खाना फिनिश करने वाली है अगर उसने जल्दी से खा लिया तो वो जीत जाएगी चलो अब तुम भी जल्दी से ये पराठा खाओ 

इतना बोल अध्विक उत्कर्ष को खिलाने लगा तो इस बार वो कोई भी मस्ती किये बिना खाने लगा 
तभी दादी बोली 

दादी :-अच्छा किआरा बेटा तुमने वन्या ओर उत्कर्ष के जन्मदिन के बारे मे क्या सोचा है तीन दिन बाद ही इन दोनो बदमाशों का बर्थडे है 

किआरा :- जी दादी आपकी और माजी पापाजी चाचाजी चाचीजी की इक्षा पूजा करवाने की है ओर बाकी सभी चाहते है कि घर मे पार्टी हो तो हमने सोचा है कि हम उस दिन सुबह घर में पूजा रखेंगे और शाम को हम सभी घरवालों के साथ मिलकर पार्टी करेंगे, हम किसी भी मेहमान को अभी नहीं बुलाएंगे क्युकी आन्या दी प्रेग्नेंट है और बच्चे छोटे है तो वो ज्यादा लोगो को देखेंगे तो शायद डर जाए इसलिए बाकी आप बता दीजिये आपको जैसा लगता है हम वही करेंगे 

दादी :- अरे नहीं किआरा बेटा तुम लोगो ने अच्छा सोचा है मै भी यही सोच रही थी कि सिर्फ घर के ही लोग रहे तो अच्छा है और अभी आन्या की शादी की बात भी हमने किसी को नहीं बताई है इसलिये सिर्फ घरवाले ही रहे तो ही ठीक है 

सुमित्रा जी :- हां किआरा माजी सही कह रही है तुमने जो सोचा है वही करो और हमारी मदद की जरूरत हो तो जरूर बताना 

किआरा ने हाँ मे सर हिलाया, कुछ देर बाद सभी नाश्ता ख़त्म कर ऑफिस चले गये, इवान अपने रूम मे अपना ऑफिस बेग लेने गया तो वही राहुल भी अपनी फाइल लेने चला गया जिसका केस उसे हैंडिल करना था 

राहुल रूम मे आया और अपना बेग उठा कर बाहर जाने लगा कि तभी उसे एक आइडिया आया और वो जोर से चिल्लाया 

इवान :- किआरा मेरी ब्लू वाली फाइल कहा है 

किआरा जो सभी की प्लेट्स उठा रही थी उसने जब इवान की आवाज सुनी तो सकपका गई क्युकी उसके साथ सुमित्रा जी और पायल जी भी थी, सुमित्रा जी ने मुस्कुराकर कहा 

सुमित्रा जी :- किआरा बेटा जाओ देखो इवान को कोनसी फाइल चाहिए

पायल जी ( शरारत से ) :- हाँ बेटा जाओ जाओ वरना कही इवान यही ना आ जाये तुम्हे लेने

किआरा उनकी बात सुन शर्मा गई ओर अपने रूम की तरफ चली गई तो दोनो मुस्कुरा दी, तभी सुमित्रा जी पायल जी से बोली

सुमित्रा जी :- पायल क्यू बच्ची को परेशान कर रही थी अपना टाइम भूल गई क्या, जब अजय भैया तुम्हे भी इसी तरह किसी न किसी बहाने बुलाते थे और तुम भी शर्माते हुए भाग जाती थी 

पायल जी सुमित्रा जी कि बात सुन आप भी ना दीदी बोलकर शर्मा गई तो सुमित्रा जी हस दी ।

वही जब किआरा अपने रूम मे एंटर हुई तो इवान ने झटके से उसे अंदर खींचा और दरवाजा बंद कर उसे दरबाजे से सटाकर बोला 

इवान :- इतना टाइम क्यू लगा दिया तुमने मै कबसे तुम्हारा इंतज़ार कर रहा था 

इस बक्त इवान के दोनो हाथ उसकी कमर पर थे और उसका गाल किआरा के गाल से सटा हुआ था, किआरा इस बक्त बस बूत बने खड़ी हुई थी उससे कुछ बोलते नहीं बन रहा था तो इवान फिर बोला

इवान :- बोलो क्या हुआ चुप क्यू हो

इवान के दोबारा बोलने पर किआरा फिर अटकते हुए बोली

किआरा :- व... म... माजी और च... चाचीजी भी व.. वही थी तो... ( फिर गहरी सांस लेकर इवान की पकड़ से छुटकर फाइल ढूंढ़ते हुए बोली ) आपको कौनसी फाइल चाहिए थी बता दीजिये अभी देखती हु 

इवान जल्दी से किआरा के पास आया और जल्दी से उसके गाल पर किस कर अपना बेग लेकर कमरे से बाहर जाते हुए बोला 

इवान :- जो चाहिए था वो मिल गया बेबी अब बाय एन्ड यस वेट फॉर टूनाइट 😉

इतना बोलकर इवान किआरा को फ्लाइंग किस और एक आँख विंक करते हुए रूम से बाहर चला गया तो किआरा इवान की हरकत देख हक्का बक्का हो गई 











To be continued............

थैंक्यू सो मच आप सभी को मेरी स्टोरी पढ़ने के लिए। 
इसी तरह आप सब मेरी स्टोरी पढ़ते रहिये और कमेंट

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3 Comments

Gunjan Kamal

21-Dec-2022 10:56 AM

बेहतरीन

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Mahendra Bhatt

20-Dec-2022 06:30 PM

शानदार भाग

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Nice part 👌

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